Tuesday, 26 June 2018

कबसे ख़ुद को ख़ामोश रक्ख़ा हैं
दिल धड़का नहीं, दबोच रक्ख़ा है,
तुम नहीं जानते हमसे बात क्यूँ नहीं होती 
बातों का समंदर हमने बंद रक्ख़ा है...!!!


-राम


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“अगर आपके पास कमी है, अगर आप ग़रीबी या रोग के शिकार हैं, तो ऐसा इसलिए है क्यूँ की आप अपनी शक्ति पर यक़ीन नहीं करते हैं या उसे समझते नहीं है...